Arji Wale Ganesh Ji ka Temple : अर्जी सुनने वाले गणपति का मंदिर, जहां भक्तों की पूरी होती है हर मुराद!
हिंदू धर्म में भगवान शिव और माता पार्वती के पुत्र, भगवान गणेश का विशेष महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है. भगवान गणेश को प्रथम पूजनीय माना जाता है. कोई भी शुभ कार्य या पूजा में सबसे पहले भगवान गणेश जी को ही पूजा जाता है.
देश भर में गणेश जी के कई मंदिर मौजूद हैं, लेकिन मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले के शिंदे की छावनी क्षेत्र में स्थित गणेश जी मंदिर भक्तजनों के बीच बेहद प्रसिद्ध है. यह मंदिर 300 साल पुराना माना जाता है और इसको लेकर मान्यता है कि इस मंदिर में आने वाले सभी भक्तों की मनोकामनाएं भगवान गणेश जी की कृपा से पूर्ण होती हैं. इस मंदिर में विराजमान गणेशजी की प्रतिमा काफी अनोखी है, इसमें गणेश जी मुस्कुराते हुए प्रतीत होते हैं, जो भक्तों के मन में प्रसन्नता भर देते हैं.
अर्जी वाले गणेश जी का मंदिर क्यों कहा जाता है?
ग्वालियर के इस मंदिर को लेकर मान्यता है कि इस मंदिर में जो भी भक्त पूर्ण श्रद्धा और विश्वास के साथ अर्जी लगाता है, भगवान गणेश उसकी अर्जी स्वीकार करते हैं और उसकी मनोकामना पूर्ण करते हैं. इस मान्यता के कारण इस मंदिर में देश भर से अनेकों भक्त अपनी अर्जी लगाने के लिए दूर-दूर से आते हैं. यहां भक्तजन अपनी अर्जी लगाने के लिए आते हैं, इसी कारण ये मंदिर “अर्जी वाले गणेश जी का मंदिर” नाम में प्रसिद्ध है.
भक्तजन लगाते हैं अर्जियां
इस मंदिर में विशेष रूप से, विवाह योग्य कुंवारे लड़के और लड़कियां शीघ्र विवाह की मनोकामना को पूर्ण करने के लिए अपनी अर्जी लगाते हैं. संतान प्राप्ति, व्यापार में तरक्की और नौकरी की प्राप्ति के लिए भी भक्तजन यहां अर्जी लगाने आते हैं. शादीशुदा जीवन में आ रही बाधाओं को दूर करने के लिए भी लोग यहां अर्जी लगाने आते हैं.