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ग्वालियरः विशाल स्वास्थ्य शिविर में लगभग 25,500 मरीजों का हुआ इलाज

पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती पर 25 दिसम्बर से शुरू हुए तीन दिवसीय विशाल नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर का शुक्रवार को समापन हुआ।

एलएनआईपी में एम्स भोपाल के सहयोग से आयोजित हुए इस शिविर के आखिरी दिन शुक्रवार को लगभग पांच हजार मरीजों का नि:शुल्क स्वास्थ्य परीक्षण व इलाज किया गया। तीन दिवसीय शिविर में कुल मिलाकर करीबन 25 हजार 500 मरीजों का एम्स के 22 विभागों के चिकित्सकों एवं पैरा मेडीकल स्टाफ द्वारा पूरी संवेदनशीलता व सेवाभाव के साथ इलाज किया गया।

शिविर में स्वास्थ्य परीक्षण के बाद 4190 मरीजों को इलाज के लिए एम्स एवं अन्य उच्च चिकित्सा संसाधानों के लिए रेफर किया गया। विशाल स्वास्थ्य शिविर के रूप में लगे मानवसेवा के इस तीन दिवसीय मेले में पंजीकृत हुए मरीजों व इनके अटेंडर (परिजन) सहित लगभग 50 हजार लोगों की उपस्थिति हुई। कुल मरीजों में लगभग पांच हजार ऐसे मरीज भी शामिल हैं, जिनका पंजीयन 25 दिसम्बर से पहले हुआ था और उन्होंने सामान्यतौर पर अथवा मौसमी बीमारी की वजह से शिविर में अपना स्वास्थ्य परीक्षण कराया है। इन मरीजों की संख्या मुख्य डाटा में शामिल नहीं है।

सांसद भारत सिंह की कुशवाह की पहल पर जिला प्रशासन द्वारा एम्स के सहयोग से लगाए गए इस शिविर का मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा अटल जी की जयंती 25 दिसम्बर को उद्घाटन किया गया था। नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर के रूप में आयोजित हुए मानव सेवा के इस कुंभ में ग्वालियर चंबल संभाग सहित मध्य प्रदेश, उत्तरप्रदेश व राजस्थान के समीपवर्ती लगभग डेढ़ दर्जन जिलों के मरीजों का एम्स के विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा उपचार किया गया। एम्स भोपाल के 160 चिकित्सकों सहित पैरामेडिकल स्टाफ को मिलाकर 200 लोगों की टीम इलाज करने के लिए आई थी। स्थानीय स्तर पर भी चिकित्सकों, 52 पैरा मेडीकल स्टाफ, 55 डाटा एन्ट्री ऑपरेटर एवं 50 सपोर्ट स्टाफ ने भोपाल एम्स से आए चिकित्सकीय दलों का सहयोग किया।

सांसद एवं कलेक्टर ने एम्स के प्रति जताई कृतज्ञता

शिविर के आखिरी दिन सांसद भारत सिंह कुशवाह सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं कलेक्टर रुचिका चौहान एलएनआईपी पहुंची। उन्होंने एम्स के चिकित्सकों व पैरा मेडीकल स्टाफ सहित पूरी टीम के प्रति आभार जताकर कृतज्ञता प्रकट की। साथ ही शिविर में सहयोग देने वाले एनसीसी, स्काउट व गाइड, बिरला नर्सिंग कॉलेज, गूंज, स्पर्श एवं भारतीय परिवार नियोजन संघ सहित अन्य सामाजिक संगठनों के वॉलेंटियर और मीडिया प्रतिनिधियों के प्रति भी आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ विवेक कुमार, अपर कलेक्टर अंजू अरुण कुमार, कुमार सत्यम व टीएन सिंह सहित जिला प्रशासन के अन्य अधिकारी एवं मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सचिन श्रीवास्तव सहित जिले के अन्य चिकित्सा अधिकारी मौजूद थे।

20 लाख रुपये कीमत की 148 प्रकार की दवाएं वितरित की गईं

शिविर में नि:शुल्क इलाज व दवायें उपलब्ध कराने के साथ-साथ ईको, अल्ट्रासाउण्ड, ईसीजी व लिवर जाँच सहित अन्य प्रकार की महँगी-महँगी पैथोलॉजिकल जाँचें भी नि:शुल्क की गई। शिविर में 20 लाख रुपये कीमत की 148 प्रकार की दवाएं विभिन्न काउंटर से मरीजों को नि:शुल्क वितरित की गईं।

जांच के लिए 75 प्रकार की छोटी-बड़ी मशीनों का हुआ उपयोग

शिविर में ईको, ईसीजी, सोनोग्राफी, फाईब्रो, बोनडेंसिटी इत्यादि आधुनिक चिकित्सा उपकरण सहित 75 प्रकार की छोटी-बड़ी परीक्षण मशीनों का उपयोग किया गया। साथ ही व्हीलचेयर, स्ट्रेचर, स्वास्थ्य परीक्षण के लिए विशेष टेबल इत्यादि का भी पर्याप्त इंतजाम किया गया था।

एम्स की बनी आईडी, इसी आईडी के आधार पर एम्स में करा सकेंगे इलाज

एम्स के सहयोग से आयोजित हुए इस वृहद शिविर में मौके पर ही मरीजों का इलाज तो किया ही गया, साथ ही गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों की मेडीकल आईडी भी तैयार की गई हैं। जिन मरीजों का शिविर में ऑपरेशन व इलाज संभव नहीं हुआ है, उनका इलाज इस आईडी के माध्यम से एम्स भोपाल में किया जायेगा। आईडी होने से मरीजों को एम्स में इलाज के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा।

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