कांग्रेस ही हत्यारी है.’ प्रभात पांडेय की मौत पर गोरखपुर में बवाल, नारेबाजी के बीच अंतिम संस्कार, अजय राय हुए शामिल
कांग्रेस नेता प्रभात पांडेय की मौत के बाद जब उनका पार्थिव शरीर गोरखपुर स्थित उनके पैतृक गांव पहुंचा तो लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। स्थानीय लोगों ने कांग्रेस को ही प्रभात का हत्यारा बता दिया।
साथ ही ये भी नारा लगाने लगे कि कांग्रेस की हत्यारी हैं, गला घोंटकर मार डाला’। वहीं, प्रभात पांडेय के अंतिम संस्कार में यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय समेत पार्टी के कई बड़े नेता मौजूद रहे।
भारी पुलिस बल की मौजूदगी में प्रभात का अंतिम संस्कार किया गया। इस बीच मृतक के चाचा मनीष पांडेय का अहम बयान सामने आया है। मनीष के मुताबिक- ‘घटना वाले दिन उन्हें कांग्रेस कार्यालय से फोन आया कि उनका भतीजा प्रभात 2 घंटे से बेहोश पड़ा है। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।’ मनीष का आरोप है कि जब प्रभात इतने समय से बेहोश पड़ा था तो उसे पहले अस्पताल क्यों नहीं ले जाया गया।
इस घटना पर मृतक के चाचा मनीष पांडेय का मांग है कि मामले की निष्पक्ष जांच हो। उन्होंने अपना बच्चा खो दिया है, जो अब वापस नहीं आएगा। इस पर किसी तरह की राजनीति की जरूरत नहीं है। हमें सिर्फ न्याय चाहिए। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और अन्य लोगों ने भी फोन किया। साथ ही उन्होंने अपने भतीजे की मौत पर सवाल किया है कि अगर वह कांग्रेस कार्यालय में 2 घंटे तक बेहोश था, तो उसे अस्पताल क्यों नहीं लेकर गए? फिलहाल इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज हुआ है और पुलिस जांच कर रही है।
वहीं लखनऊ में कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय में कांग्रेस नेता प्रभात पांडे की मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया है। मृतक के परिजनों ने हत्या का मामला दर्ज कराया है। कांग्रेस नेता की पार्टी कार्यालय में मौत के बाद उठ रहे सवालों पर अब सरकार जांच और कार्रवाई की तैयारी कर रही है। इस मामले में फोरेंसिक टीम को जानकारी मिली है कि पार्टी कार्यालय की ओर से ‘सबूत’ नष्ट किए गए हैं। कांग्रेस कार्यालय में जिस जगह प्रभात की मौत हुई, उस जगह को साफ कर दिया गया है।
इस बीच कांग्रेस नेता प्रभात पांडेय की पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी आ गई है, जिसमें पता चला है कि प्रभात के शरीर पर कोई चोट के निशान नहीं हैं। दरअसल, कार्यकर्ता दो घंटे तक कांग्रेस कार्यालय में बेहोश पड़ा रहा। उसे मृत अवस्था में सिविल अस्पताल लाया गया। ऐसे में सवाल यह है कि कार्यकर्ता की मौत का जिम्मेदार कौन है?
जानकारी के लिए बता दें कि बीती रात कांग्रेस के लोगों से तीन घंटे तक पूछताछ की गई। अजय राय से भी पूछताछ होनी है, क्योंकि वह वहां मौजूद था। डीसीपी सेंट्रल जोन रवीना त्यागी के मुताबिक कार्यकर्ता की मौत के मामले में परिजनों की ओर से हत्या का केस दर्ज कराया गया है। वह गोरखपुर से किन कार्यकर्ताओं के साथ यहां आया था। वह यहां बेहोशी की हालत में कैसे मिला, इन सब बातों की जांच की जा रही है।