MP Weather Update: कड़ाके की ठंड से जनजीवन अस्त-व्यस्त, पानी की बूंदें बर्फ में बदली
ठंड का असर लोगों की दिनचर्या पर पड़ा
मध्य प्रदेश में इस समय कड़ाके की ठंड ने लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में तापमान में भारी गिरावट देखने को मिली है।
खासकर डिंडौरी जिले के कई हिस्सों में पानी की बूंदें बर्फ में बदल गईं और वाहनों पर बर्फ की पतली परत जम गई। राजधानी भोपाल में भी ठंड ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं, यहां का न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस से नीचे गिरकर 3.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। यह पिछले दस वर्षों में दिसंबर महीने में दर्ज किया गया दूसरा सबसे कम तापमान है। इससे पहले 2021 में भोपाल का न्यूनतम तापमान 3.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ था।
ठंड का असर लोगों की दिनचर्या पर पड़ा
प्रदेश के अन्य हिस्सों में भी ठंड का असर देखने को मिला। उमरिया में 2.8 डिग्री सेल्सियस, पचमढ़ी में 2 डिग्री सेल्सियस और ग्वालियर में 6 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। राजधानी सहित प्रदेश के सभी जिलों में तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहा। शीतलहर के कारण दिन का तापमान भी सामान्य से कम हो गया है। मौसम विभाग ने भविष्यवाणी की है कि यह ठंड जारी रहेगी और कुछ जिलों में पाला भी पड़ सकता है। राज्य के कुछ हिस्सों में शीतल दिवस की चेतावनी भी जारी की गई है। इस ठंड का असर लोगों की दिनचर्या पर पड़ा है, और सरकार द्वारा सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है।
शीतलहर का असर
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, उत्तर भारत से आने वाली बर्फीली हवाओं के कारण मध्य प्रदेश में इस कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ रहा है। शनिवार को प्रदेश के 12 जिलों में शीतलहर चलने के साथ-साथ छह शहरों में तीव्र शीतलहर का असर भी देखने को मिला। पचमढ़ी और अन्य पहाड़ी इलाकों में रात का तापमान 5 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहा।