अफगानिस्तान के तालिबान प्रशासन में आतंकवादियों ने अपनी पूरी तरह से घुसपैठ बना ली है. अफगानिस्तान जनरल डायरेक्टरेट इंटेलिजेंस की जांच में सामने आया है कि मंत्री खलील हाकने की हत्या करने वाला आत्मघाती हमलावर तालिबान के आंतरिक मंत्रालय से संबंधित एक गाड़ी में मंत्रालय के पास तक ले जाया गया था.
हैरानी की बात तो यह हैकि इस सरकारी गाड़ी से वह मंत्रालय के फर्स्ट मैक्रोरायन क्षेत्र जहां वीआईपी उतरते हैं वहां भी उतरा था. हमलावर जब जांच के लिए मेटल डिटेक्टर के पास पहुंचा तो उसने खुद को विकलांग बताते हुए हाथ में छड़ भी दिखाई. इसका फोटो भी सामने आया है. इसके बावजूद उसे मंत्रालय के अंदर जाने दिया गया. महत्वपूर्ण बात यह भी है कि आत्मघाती हमलावर उस मस्जिद में भी गया जहां मंत्री को नमाज अदा करने जाना था. उसने वहां बाकायदा नमाज भी अदा की, इसका भी फोटो सामने आया है. इसके बाद जब मंत्री मस्जिद से बाहर निकलने लगे तो उसने विस्फोट करके खुद को उड़ा लिया जिसमें मंत्री समेत चार लोग मारे गए.
इस्लामिक स्टेट खुरासन प्रोविंस ने ली आतंकी हमले की जिम्मेदारी
आतंकवादी संगठन आईएसआईएस से जुड़े संगठन इस्लामिक स्टेट खुरासन प्रोविंस ने इस पूरी घटना की जिम्मेदारी ली है और आत्मघाती हमलावर का नाम अबू उस्मान अल खुरासानी बताया है. तालिबान की खुफिया एजेंसियों को इस बाबत एक वीडियो भी मिला है जिसमें यह हमलावर सरकारी गाड़ी से उतरता दिखाई दे रहा है. फिलहाल तालिबान प्रशासन ने जनरल डायरेक्टरेट आफ इंटेलिजेंस को हुक्म जारी किया है कि इस वीडियो की पूरी तरह से जांच की जाए जिससे असली दोषियों तक पहुंचा जा सके.
कभी हक्कानी नेटवर्क ने ही किया था आत्मघाती हमले का काम शुरू…
इस मामले में एक दिलचस्प पहलू यह भी है कि अल कायदा के सहयोग से अफगानिस्तान में आत्मघाती हमले शुरू करने का काम हक्कानी नेटवर्क ने ही शुरू किया था. अब उन्हीं की तरकीब से उन्हीं को निशाना बना दिया गया है. इस मामले में तालिबान प्रशासन के लिए सबसे गंभीर बात यह है कि उनके एक मंत्री को आतंकवादी संगठन ने मंत्रालय के अंदर घुसकर निशाना बना दिया जिससे साफ तौर पर पता लगता है कि आतंकवादी संगठन की तालिबान प्रशासन के अंदर किस हद तक घुसपैठ हो गई है कि आतंकवादी हमलावर सरकारी गाड़ी से मंत्रालय तक पहुंच रहा है.