टॉप न्यूज़देशधर्म

मनमोहन सिंह के निधन पर पीएम मोदी ने जारी किया वीडियो संदेश, बोले- उनका जीवन ईमानदारी और सादगी का प्रतिविंब

अपने पूर्ववर्ती डॉ. मनमोहन सिंह के निधन को देश के लिए बड़ी क्षति बताते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि लोगों के कल्याण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता और देश के विकास के लिए किए गए उनके योगदान का हमेशा सम्मान किया जाएगा।

प्रधानमंत्री के अनुसार मनमोहन सिंह हमेशा दलीय राजनीति से ऊपर रहे। वह सभी दलों के साथ संपर्क रखते थे और सभी के लिए आसानी से उपलब्ध रहे। डॉ. सिंह के परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करने के लिए प्रसारित एक वीडियो संदेश में प्रधानमंत्री मोदी ने मनमोहन सिंह के जीवन के सफर और विभाजन के बाद अपना सब कुछ छोड़कर परिवार के साथ पाकिस्तान से भारत में विस्थापन को याद किया।

मनमोहन सिंह को बताया प्रेरणास्त्रोत

प्रधानमंत्री ने कहा कि डॉ. सिंह ने जीवन के हर क्षेत्र में जैसी उपलब्धियां हासिल कीं, वह कोई सामान्य बात नहीं है। डॉ. सिंह का जीवन भावी पीढ़ियों को सिखाता है कि कैसे विपरीत परिस्थितियों में ऊपर उठकर ऊंचाइयों को प्राप्त किया जाए।

मोदी ने इस पर जोर दिया कि मनमोहन सिंह को हमेशा एक दयालु व्यक्ति, एक विद्वान अर्थशास्त्री और सुधारों के लिए समर्पित राजनेता के रूप में याद किया जाएगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि चुनौतीपूर्ण समय में रिजर्व बैंक के गर्वनर के रूप में मनमोहन सिंह की भूमिका सराहना के योग्य है।

पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न पीवी नरसिंह राव की सरकार में वित्त मंत्री के रूप में डॉ. सिंह ने देश को वित्तीय संकट से निकालकर एक नए आर्थिक मार्ग पर आगे बढ़ाया। इसी तरह प्रधानमंत्री के रूप में भी देश के विकास में उनका योगदान हमेशा याद रखा जाएगा।

– पीएम मोदी

ईमानदारी का बताया प्रतिविंब

प्रधानमंत्री मोदी ने संदेश में कहा कि डॉ. सिंह का जीवन उनकी ईमानदारी और सादगी का प्रतिविंब था। मोदी ने इस वर्ष की शुरुआत में राज्यसभा में कार्यकाल के अंत में भी डॉ. सिंह के कार्य के प्रति समर्पण की प्रशंसा की थी और इसे सभी के लिए प्रेरणास्त्रोत बताया था।

स्वास्थ्य की चुनौतियों के बावजूद मनमोहन सिंह ने व्हीलचेयर पर बैठकर संसद के महत्वपूर्ण सत्रों में भाग लिया था। प्रधानमंत्री के अनुसार प्रतिष्ठित वैश्विक संस्थानों से शिक्षा प्राप्त करने और शीर्ष सरकारी पदों पर रहने के बावजूद डॉ. सिंह ने अपनी साधारण पृष्ठभूमि के मूल्यों को कभी नहीं भुलाया।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!